Jeevan Utkarsh Yojana


 मनुष्य जीवन प्राप्त होना कठिन है लेकिन वह प्राप्त होने के बाद उसका उत्कर्ष करना और भी कठिन है । जीवन उत्कर्ष से उद्देश्य को ध्यान से लेते हुए धर्मप्रेमी परिवार ने “ धर्मप्रेमी जीवन उत्कर्ष योजना ’’ शुरू की है । जीवन का उत्कर्ष प्रमुख रूप से प्रभु वचनों के माध्यम से होता है | अत: इस योजना के तहत आवासीय शिविर के रूप मैं श्री जीवनभानु युवा शिविर(JBS), स्कूल-कॉलेज एवं अन्य शैक्षणिक संस्थाओ में प्रेरक उद्बोधन के रूप में INSPIRING YOUTH SEMINAR(IYS), आदि छोटी-बड़ी शिविरों का आयोजन किया जाता है | इससे अतिरिक्त जीवन को संस्कारो की सुगंध से सुवासित करने वाली किताबों की खुली किताब परीक्षा (OPEN BOOK EXAM) का भी आयोजन किया जाता है |

1 डाइनिंग टेबल – हमें क्या खाना चाहिए ? क्या नहीं खाना चाहिए ?

2 जयणा धर्म की शिक्षापत्री – छोटे–छोटे जीवों को बचाकर हम अपने घर को अहिंसा मंदिर कैसे बना             सकते हैं ?

3 सुपात्रदान – घर पर पधारे मुनिभगवंत को कैसे वोहराना चाहिए ? क्या वोहराना चाहिए ?

4 क्या जिनपूजा करना पाप है ? – जिनपूजा करना धर्म है कि पाप है ?

गुरु भगवंतो से प्रेरणा प्राप्त करके धर्मप्रेमी परिवार से जुड़े हुए हजारो परिवार अपने जीवन में धर्म को बढ़ा रहे हैं एवं सदाचारों से जीवन को ‘नंदन वन’ बना रहे है | ऐसे परिवारों में से धर्म के क्षेत्र में विशिष्ट प्रगति/पराक्रम करने वाले दम्पत्ति, युवाओ आदि को इस योजना के तहत सम्मानित किया जाता है ताकि सभी को एक प्रोत्साहन मिले, जीवन में एवं धर्म में आगे बढ़ने के लिए एक नई राह मिले, एक अच्छा आदर्श मिले | इसके अंतर्गत निम्न पुरस्कार देने की योजना है –

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी दंपत्ति पुरस्कार

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी परिवार पुरस्कार

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी प्रतिभा पुरस्कार

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी कार्यकर्ता पुरस्कार

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी सम्यक ज्ञान पुरस्कार

श्रेष्ठ धर्मप्रेमी प्रभु सेवक पुरस्कार

 जुलाई 2016 से प्रति वर्ष एक दंपत्ति को श्रेष्ठ धर्मप्रेमी दंपत्ति पुरस्कार दिया जा रहा है |